प्रभावती का परिचय राजनीतिज्ञ जयप्रकाश नारायण की पत्नी कतई नहीं था, अपितु एक सुलझी हुई ऐसी महिला से था जिसमें आगे बढ़ने की उमंग और चीज़ों, को समझने की उत्खंठ ओक्ज्क्जा थी! महात्मा गांधी से प्रभावित प्रभावती ने अपनी छवि साधिका, समाज सेविका की बना ली थी , स्वयं जयप्रकाश नारायण भी चकित थे, इधर प्रभावती भारतीयता के गहरे रंग में रंगी हुई गांधी-दर्शन में दीक्षित हो चुकी थी !
प्रभावती जी का जीवन -दर्शन अनगिनत असंख्य महिलाओं के लिए मार्गदर्शक बना और महिलाओं ने उनके जीवन के साथ को आत्मसात करते उए उनके पद चिन्हों पर चलने का निश्चय किया !
'प्रभावती: एक निष्कम्प द्वीप' की लेखिका देश की सुप्रसिद्ध कथा लेखिका श्रीमती उषाकिरण खान (२४.१०.१९४५) है ! मैथिलि हिंदी में उपकरण खान की अनेक महत्वपूर्ण पुस्तके हैं! 'बिहार राष्ट्रभाषा परिभाषा परिषद' का हिंदी सेवी सम्मान, महादेवी वर्मा पुरस्कार तथा राष्टकवि दिनकर राष्टीय पुरस्कार प्राप्त लेखिका हिंदी में योगदान हेतु लगातार देश-विदेश की यात्राएं कर रही हैं !
प्रभावती का परिचय राजनीतिज्ञ जयप्रकाश नारायण की पत्नी कतई नहीं था, अपितु एक सुलझी हुई ऐसी महिला से था जिसमें आगे बढ़ने की उमंग और चीज़ों, को समझने की उत्खंठ ओक्ज्क्जा थी! महात्मा गांधी से प्रभावित प्रभावती ने अपनी छवि साधिका, समाज सेविका की बना ली थी , स्वयं जयप्रकाश नारायण भी चकित थे, इधर प्रभावती भारतीयता के गहरे रंग में रंगी हुई गांधी-दर्शन में दीक्षित हो चुकी थी !
प्रभावती जी का जीवन -दर्शन अनगिनत असंख्य महिलाओं के लिए मार्गदर्शक बना और महिलाओं ने उनके जीवन के साथ को आत्मसात करते उए उनके पद चिन्हों पर चलने का निश्चय किया !
'प्रभावती: एक निष्कम्प द्वीप' की लेखिका देश की सुप्रसिद्ध कथा लेखिका श्रीमती उषाकिरण खान (२४.१०.१९४५) है ! मैथिलि हिंदी में उपकरण खान की अनेक महत्वपूर्ण पुस्तके हैं! 'बिहार राष्ट्रभाषा परिभाषा परिषद' का हिंदी सेवी सम्मान, महादेवी वर्मा पुरस्कार तथा राष्टकवि दिनकर राष्टीय पुरस्कार प्राप्त लेखिका हिंदी में योगदान हेतु लगातार देश-विदेश की यात्राएं कर रही हैं !