प्रो० अवनीन्द्र कुमार (1940-2012)
आपने विगत 40 वर्षों (1965-2005) तक एम्० ए०, एम्० फिल्०, पीएच्० डी० कक्षाओं का मेरठ कोलिज डी० ए० कॉलिज, देहरादून; गवर्नमैण्ट आर्ट्स एण्ड साइन्स कॉलिज, दमण तथा दि० विश्वविद्यालय में अध्यापन एवं शोधनिर्देशन किया।
आपने 30 छात्रों को पीएच्० डी० और 90 छात्रों को एम्०फिल्० के लिये निर्देशित किया। आपने पाणिनि पांचाग-कोश की श्रृंखला में अष्टाध्यायी-पदानुक्रमकोश एवं पाणिनीय-धात्वनुक्रोश सहित 10 महत्वपूर्ण ग्रन्थों का प्रणयन तथा सम्पादन किया। आपने 6 अन्तराष्ट्रिय और 85 राष्ट्रिय गोष्ठियों में शोधप्रबन्ध प्रस्तुत किये, जिनमें अधिसंख्य प्रकाशित हैं; साथ ही 4 ग्रन्थों के रिव्यूज़ एवं 10 ग्रन्थों की भूमिका भी लिखी है।
आप उ०प्र० संस्कृतसंस्थान, लखनऊ, सम्पूर्णानन्द संस्कृत वि० वि०, वाराणसी तथा दिल्ली संस्कृत अकादमी से पुरस्कृत एवं सम्मानित हैं। आपको महामहिम राष्ट्रपति ने 2007 में 'सर्टिफ़िकेट ऑव् ऑनर' द्वारा सम्मानित किया।
डॉ० दोलामणि आर्य
डॉ० एम्०ए० (लब्धस्वर्णपदक) तथा पीएच्० डी० सकी उपाधि दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वर्तमान में आप असिस्टेन्ट प्रोफ़ेसर पद पर संस्कृत-विभाग, लक्ष्मीबाई महाविद्यालय, दिल्ली में कार्यरत हैं।
प्रो० अवनीन्द्र कुमार (1940-2012)
आपने विगत 40 वर्षों (1965-2005) तक एम्० ए०, एम्० फिल्०, पीएच्० डी० कक्षाओं का मेरठ कोलिज डी० ए० कॉलिज, देहरादून; गवर्नमैण्ट आर्ट्स एण्ड साइन्स कॉलिज, दमण तथा दि० विश्वविद्यालय में अध्यापन एवं शोधनिर्देशन किया।
आपने 30 छात्रों को पीएच्० डी० और 90 छात्रों को एम्०फिल्० के लिये निर्देशित किया। आपने पाणिनि पांचाग-कोश की श्रृंखला में अष्टाध्यायी-पदानुक्रमकोश एवं पाणिनीय-धात्वनुक्रोश सहित 10 महत्वपूर्ण ग्रन्थों का प्रणयन तथा सम्पादन किया। आपने 6 अन्तराष्ट्रिय और 85 राष्ट्रिय गोष्ठियों में शोधप्रबन्ध प्रस्तुत किये, जिनमें अधिसंख्य प्रकाशित हैं; साथ ही 4 ग्रन्थों के रिव्यूज़ एवं 10 ग्रन्थों की भूमिका भी लिखी है।
आप उ०प्र० संस्कृतसंस्थान, लखनऊ, सम्पूर्णानन्द संस्कृत वि० वि०, वाराणसी तथा दिल्ली संस्कृत अकादमी से पुरस्कृत एवं सम्मानित हैं। आपको महामहिम राष्ट्रपति ने 2007 में 'सर्टिफ़िकेट ऑव् ऑनर' द्वारा सम्मानित किया।
डॉ० दोलामणि आर्य
डॉ० एम्०ए० (लब्धस्वर्णपदक) तथा पीएच्० डी० सकी उपाधि दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वर्तमान में आप असिस्टेन्ट प्रोफ़ेसर पद पर संस्कृत-विभाग, लक्ष्मीबाई महाविद्यालय, दिल्ली में कार्यरत हैं।