| Specifications |
| Publisher: Manjul Publishing House Pvt. Ltd | |
| Author Pranay | |
| Language: Hindi | |
| Pages: 129 | |
| Cover: PAPERBACK | |
| 8.00x5.00 inch | |
| Weight 90 gm | |
| Edition: 2024 | |
| ISBN: 9789355439680 | |
| HBC649 |
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श्रीकृष्ण की भगवद् गीता ने हर क्षेत्र के नेतृत्त्वकर्ताओं को प्रभावित किया है। इसमें विज्ञान और आधुनिक युद्ध के क्षेत्र में रॉबर्ट जे. ओपनहाइमर, राजनीति में सुभाषचंद्र बोस, बिज़नेस और टेक्नोलॉजी में स्टीव जॉब्स और फिलॉसफी में एमर्सन जैसे अन्य अनेक दिग्गजों के नाम लिए जा सकते हैं।
संकट के समय में श्रीकृष्ण का जीवन और उनके नेतृत्त्व के पाठ कुछ अधिक ही महत्त्वपूर्ण हो जाते हैं! श्रीमद्भगवद् गीता में दिया गया उनका अद्भुत ज्ञान सिखाता है कि जीवन की कठिनाइयों और मुश्किल समय पर किस तरह काबू पाया जाए। महामारी और अन्य चुनौतियों का सामना करते हुए लीडर्स और सच्ची सफलता चाहने वालों को गीता की अत्यंत प्रभावशाली शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए।
गीता, हमारे अस्तित्व के व्यावहारिक और लौकिक रूप से गहन पहलुओं का संभवतः सबसे संतुलित मिश्रण है। यह 'युद्ध की कला' के साथ-साथ आत्मिक शांति की कला भी सिखाती है। गीता के मूल में एक आध्यात्मिक संहिता या सभी प्रकार के युद्धों और नेतृत्त्व से संबंधित मौलिक सिद्धांतों का संग्रह शामिल है। यह इसे हर तरह से प्रासंगिक और सार्वभौमिक बनाता है। ऐसा किसी अन्य लिखित पाठ में मिलना संभव नहीं है। इस पुस्तक में नेतृत्त्व करने और सफलता प्राप्त करने के लिए गीता के कुछ बहुत महत्त्वपूर्ण पाठों को छांटकर प्रस्तुत किया गया है।
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