| Specifications |
| Publisher: Gita Press, Gorakhpur | |
| Author Jayadayal Goyandka | |
| Language: Hindi | |
| Pages: 128 | |
| Cover: Paperback | |
| 8 inch x 5.5 inch | |
| Weight 100 gm | |
| GPA191 |
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निवेदन
उपदेशप्रद बारह कहानियोंका यह संग्रह ब्रह्मलीन परमश्रद्धेय श्रीजयदयालजी गोयन्दका (आप सबके सुपरिचित आध्यात्मिक विचारक एवं महापुरुष)-द्वारा लिखित है । श्रीगोयन्दकाजीके पुराने लेखोंसे संकलित की गयीं ये शिक्षाप्रद और उपदेशात्मक छोटी-बड़ी कथाएँ रोचक होनेके साथ-साथ लौकिक और पारलौकिक उन्नतिमें बड़ी ही सहायक हैं । सरल, सुबोध भाषामें लिखी हुई ये कहानियाँ- ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, सेवा, परोपकार, ईश्वर-विश्वास और भगवद्भक्तिका उपदेश (प्रेरणा) देनेवाली होनेसे सभी आयु- वर्गके पाठकोंके लिये जीवनोपयोगी एवं कल्याणकारी मार्ग-दर्शक सिद्ध हो सकती हैं ।
इन कहानियोंकी सार्वजनिक उपयोगिता और महत्त्वके विचारसे इन्हें जनहितमें प्रकाशित करते हुए हमें प्रसन्नता हो रही है । सभी पाठकों-विशेषत: परमार्थ-पथके पथिकों और जिज्ञासुओंसे हमारा यह विनम्र अनुरोध है कि वे इसकी उत्तम पठनीय सामग्रीको एक बार अवश्य पढ़ें और दूसरोंको पढ़नेके लिये भी प्रेरित करें । यह आशा की जाती है कि इस सर्वहितकारी और परम उपादेय पुस्तकसे अधिकाधिक सज्जन विशेषरूपसे लाभान्वित होंगे ।
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विषय-सूची |
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विषय |
पृं.सं |
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1 |
स्त्रियोंके लिये कल्याणके कुछ घरेलू प्रयोग |
5 |
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2 |
नाम- कीर्तनसे शत्रुपर विजय |
15 |
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3 |
भगवदर्थ कर्म और भगवान्की दयाका रहस्य |
34 |
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4 |
दानका रहस्य |
41 |
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5 |
ज्ञान और भक्तिके साधनसे अहंता -ममताका अभाव |
47 |
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6 |
सर्व भूतहिते रता: |
64 |
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7 |
राजा चक्ववेणके त्यागका प्रभाव |
78 |
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8 |
जीवनकी सफलताके लिये अनुपम शिक्षा |
87 |
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9 |
भगवत्प्राप्तिके सरल उपाय तथा प्रेमका रहस्य और प्रभाव |
106 |
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10 |
भगवान्की असीम दयाका फल |
131 |
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11 |
जैसा करे संग वैसा चढ़े रंग |
144 |
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12 |
सत्यकी महिमा |
156 |












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