प्रस्तावना
कुमारी मनुबहन गांधीके 'भावनगर समाचार' में छपे हुअे करीब अक दर्जन लेख पाठकोंको पसन्द आये बिना न रहेगे। मैं समझता हू कि मनुबहनकी लेख लिखनेकी यह पहली ही कोशिश है। मिनका महत्व यह हए कि ये पूज्य गाधीजीके स्वभाव और आखिरी दिनोके कामों पर अच्छी तरहसे रोशनी डालते है,। 1946 ई. के आखिरमें जबसे मनुबहन पूज्य बापूजीके साथ हुअी तबसे अन्होंने वहाकी अपनी डायरी भी रखी है जबसे नोआखालीका मिशन शुरू हुआ तबसे वह बापूजीके साथ आखिर तक रहीं। जिस डायरी बहुत महत्त्वकी होगी और पढ़नेवाले जिसके लिखनेके लिए मनुबहनको धन्यवाद दिये बिना नही रहेंगे। गुजराती लेखोंका अनुवाद लेखिकाकी मित्र श्री कुरंगीबहन देसाजीने किया है।
पूज्य बापूजी खुद ही मनुबहनकी 'मा' बने थे। जिससे पुस्तक के नामकी भी सफाली हो जायगी।
अनुक्रमणिका |
||
प्रस्तावना |
||
1 |
किशोरलाल मशरूवाला |
3 |
2 |
बा और बापूकी गोदमें |
3 |
3 |
बापू मां बने |
9 |
4 |
गीताके गुरु |
14 |
5 |
सच्ची शिक्षा कौनसी? |
17 |
6 |
दो डब्बोंका परिग्रह |
21 |
7 |
अनियमितता गुनाह है |
25 |
8 |
पत्थर भूलनेका सबक |
26 |
9 |
बापूका लोभ |
28 |
10 |
कहनेसे करना अच्छा |
29 |
11 |
सच्चा डॉक्टर राम ही है |
31 |
12 |
आजका फायदा अुठाया जाय |
34 |
13 |
'अेकला चलो रे' |
39 |
14 |
फूलहारसे स्वागत |
44 |
15 |
कलकत्तेका चमत्कार |
46 |
16 |
बापूके जन्मदिन |
51 |
प्रस्तावना
कुमारी मनुबहन गांधीके 'भावनगर समाचार' में छपे हुअे करीब अक दर्जन लेख पाठकोंको पसन्द आये बिना न रहेगे। मैं समझता हू कि मनुबहनकी लेख लिखनेकी यह पहली ही कोशिश है। मिनका महत्व यह हए कि ये पूज्य गाधीजीके स्वभाव और आखिरी दिनोके कामों पर अच्छी तरहसे रोशनी डालते है,। 1946 ई. के आखिरमें जबसे मनुबहन पूज्य बापूजीके साथ हुअी तबसे अन्होंने वहाकी अपनी डायरी भी रखी है जबसे नोआखालीका मिशन शुरू हुआ तबसे वह बापूजीके साथ आखिर तक रहीं। जिस डायरी बहुत महत्त्वकी होगी और पढ़नेवाले जिसके लिखनेके लिए मनुबहनको धन्यवाद दिये बिना नही रहेंगे। गुजराती लेखोंका अनुवाद लेखिकाकी मित्र श्री कुरंगीबहन देसाजीने किया है।
पूज्य बापूजी खुद ही मनुबहनकी 'मा' बने थे। जिससे पुस्तक के नामकी भी सफाली हो जायगी।
अनुक्रमणिका |
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प्रस्तावना |
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1 |
किशोरलाल मशरूवाला |
3 |
2 |
बा और बापूकी गोदमें |
3 |
3 |
बापू मां बने |
9 |
4 |
गीताके गुरु |
14 |
5 |
सच्ची शिक्षा कौनसी? |
17 |
6 |
दो डब्बोंका परिग्रह |
21 |
7 |
अनियमितता गुनाह है |
25 |
8 |
पत्थर भूलनेका सबक |
26 |
9 |
बापूका लोभ |
28 |
10 |
कहनेसे करना अच्छा |
29 |
11 |
सच्चा डॉक्टर राम ही है |
31 |
12 |
आजका फायदा अुठाया जाय |
34 |
13 |
'अेकला चलो रे' |
39 |
14 |
फूलहारसे स्वागत |
44 |
15 |
कलकत्तेका चमत्कार |
46 |
16 |
बापूके जन्मदिन |
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