इस संग्रह 'बनवास' की कहानियां मेरी कथा रचना-यात्रा में मील के महत्वपूर्ण पत्थर हैं। 'तूफ़ान के बाद' से लेकर 'शून्य' तक की ये कहानियां केवल मेरी साहित्यिक यात्रा की प्रतिनिधि ही नहीं हैं, ये मेरे निजी विकास, जीवन-परिवर्तन, सोच, संवेदनाओं पर भी प्रकाश डालती हैं। जब मैंने 'तूफ़ान के बाद', 'छुट्टी का दिन' और 'चहारदीवारी' कहानियां भी लिखीं, तब मैं एक अनुभवी, अव्यवहारिक यथार्थ की दुनिया से अलग कॉलेज छात्रा थी। फिर भी उस अपरिपक्व लेखन में मेरी संवेदनाएं और जीवन-दर्शन के अंकुश प्रस्फुटित होते हुए दिखाई देते हैं।
'बनवास', 'एक और बिदाई' मैंने अमेरिका प्रवास के प्रथम वर्ष में लिखीं, जिनमें एक संस्कारग्रस्त भारतीय स्त्री के मन और विचारों का पश्चिमी सभ्यता और संस्कृति से टकराव स्पष्ट है। 'शून्य' मेरी कथा यात्रा का चरम बिंदु है। पुरुष प्रधान होते हुए भी यह कहानी मेरे मन के बहुत निकट है; क्योंकि इसे मैंने अपनी मां श्रीमती प्रियंवदा देवी के देहांत के बाद लिखा था। बहुत तटस्थ स्वर रखते हुए भी उन पंक्तियों में कहीं मेरा अपना दुख छलक आया था।
पिछले कई दशकों में, विशेषतः 'वापसी' से लेकर 'शून्य' तक के दौरान देश, समाज, समय, साहित्य, भाषा और जन-जीवन के विचारों में तेज़ी से परिवर्तन आया है। वैश्वीकरण, नारी-विमर्श, उसका सबलीकरण और अपनी अस्मिता की पहचान, परिवार का विघटन और पारस्परिक संबंधों में दूरी और ठंडापन, ये सभी हिंदी साहित्य में अपना स्थान बना रहे हैं। मेरी कहानियां भी इस सामाजिक और साहित्यिक संक्रांति के दौर से अनछुई नहीं रही हैं। कुछ परिस्थितिवश और कुछ स्वयं चुने हुए विकल्पों के कारण मेरी इन परिवर्तनों में पूरी-पूरी साझेदारी रही है। किसी साहित्यिक जुलूस की नारेबाज़ी, गुटबाज़ी, मित्रों को आगे ठेलने और दूसरों को ध्वस्त करने की राजनीति से अलग रहकर तटस्थ, निरपेक्ष, प्रतिबद्ध लेखन ही मेरा उद्देश्य रहा है। मेरे लेखन ने यदि केवल एक व्यक्ति को भी अपनी जीवनधारा को मोड़ने की प्रेरणा दी है तो उसे मैं अपने सामाजिक और साहित्यिक दायित्व की सफलता समझेंगी।
मुझे हर्ष है कि 'बनवास', 'एक और बिदाई', 'चहारदीवारी' और 'पचपन खंभे, लाल दीवारें' पहली बार किसी संग्रह में एक साथ स्थान पा रही हैं।
मैं यात्रा बुक्स की आभारी हूं जो 'बनवास' संग्रह द्वारा मेरी कहानियों को नई पीढ़ी के पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत कर रहा है।
Hindu (हिंदू धर्म) (13447)
Tantra (तन्त्र) (1004)
Vedas (वेद) (715)
Ayurveda (आयुर्वेद) (2074)
Chaukhamba | चौखंबा (3189)
Jyotish (ज्योतिष) (1544)
Yoga (योग) (1154)
Ramayana (रामायण) (1336)
Gita Press (गीता प्रेस) (726)
Sahitya (साहित्य) (24553)
History (इतिहास) (8927)
Philosophy (दर्शन) (3592)
Santvani (सन्त वाणी) (2621)
Vedanta (वेदांत) (117)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist