| Specifications |
| Publisher: Sri Aurobindo Ashram | |
| Author Surendra Nath Jauhar | |
| Language: Hindi | |
| Pages: 40 (With Color Illustrations) | |
| Cover: PAPERBACK | |
| 9.5x7 inch | |
| Weight 130 gm | |
| Edition: 2024 | |
| ISBN: 9788195597888 | |
| HBO405 |
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एक हिंदू ने वर्षों पहले एक मुसलमान से जमीन खरीदी थी। एक दिन खेत की जुताई करते समय उसे नीचे गाड़ा हुआ सोने के सिक्के से भरा एक बर्तन मिलता है। हिंदू सोना लौटाना चाहता है क्योंकि उसका कहना है कि उसने सिर्फ जमीन खरीदी है, उसमें दबा सोना नहीं। मुसलमान भी सोना लेना नहीं चाहता क्योंकि उसके अनुसार उसने जमीन के साथ जमीन के नीचे यदि कुछ था, तो वह भी बेच दिया था। जो वस्तु उसकी नहीं है उसे लेने के पाप के कारण नरक में जाने के डर से उनमें से कोई भी सोना अपने पास नहीं रखना चाहता। बहस एक भयंकर विवाद में बदल जाती है जिसके कारण दोनों को जेल जाना पड़ता है। यह जानने के लिये कहानी पढ़ें कि जजों को भी हैरान करने वाला यह मामला आखिरकार कैसे सुलझा। सोना आपका है जी. मेरा नहीं, एक मर्म को छूने वाली वास्तविक घटना पर आधारित है। यह घटना उस स्थान से कुछ ही दूरी पर घटित हुई थी, जहां श्री अरविंद आश्रम दिल्ली शाखा के संस्थापक श्री सुरेंद्रनाथ जौहर का जन्म हुआ था।
श्री सुरेंद्रनाथ जौहर, जिन्हें लोकप्रिय रूप से चाचा जी कहा जाता है, का जन्म 1903 में पंजाब के उस हिस्से के एक गाँव वाहली में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर, उन्होंने 18 साल की उम्र में स्वतंत्रता संग्राम में प्रवेश किया और 1947 में देश के स्वतंत्र होने तक इसमें शामिल रहे। 1939 में देश के दौरे पर रहते हुए, उन्होंने श्री अरविंद आश्रम, पांडिचेरी की 'अनियोजित' यात्रा की, जिसने उनके जीवन को एक नई दिशा दी। एक उत्कृष्ट कथावाचक, सोना आपका है जी, मेरा नहीं उनके द्वारा सुनाई गई सबसे प्रेरणादायक कहानियों में से एक है।
अधिकांश चित्रण सरिता जैस्वाल ने किया है। सरिता एक उभरती हुई कलाकार हैं जिन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित कॉलेज ऑफ आर्ट से कला में स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। उन्हें दृश्य कला में साहित्य कला परिषद की छात्रवृत्ति दिल्ली सरकार से 2019 में मिली थी। सरिता किताबों को चित्रित करते समय पात्रों की भावनाओं को दर्ज करती है और उन भावनाओं को अपनी कला के माध्यम से एक ज्वलंत अभिव्यक्ति दे कर आनंदित होती है।
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